Side Effects of Bleaching : इन बातों का रखें ख्‍याल अगर बार-बार चेहरे पर कराते हैं ब्लीच तो जान लें इसके नुकसान.

Side Effects of Bleaching Face : हम जब अपनी स्किन (Skin) पर ब्लीच (Bleach) कराते हैं तो इससे चेहरे पर मौजूद बालों का रंग लाइट हो जाता है और चेहरे पर ग्‍लो नजर आता है. इंस्टेंट ग्लो पाने के लिए कई लोग ब्लीच रेग्‍युलर कराते हैं. लेकिन बार-बार या कुछ ही दिनों के अंदर ब्लीच कराने से चेहरे पर कई समस्‍याएं भी हो सकती हैं. मसलन, चेहरे की स्किन ड्राई हो जाना, सेंसिटिव हो जाना, चेहरे पर खुजली होना आदि. लेकिन आपको बता दें कि ब्‍लीच की वजह से कई और भी समस्‍या भी हो सकती है जो आपकी सेहत के लिए खतरनाक (Side Effects) हो सकते हैं.

कितने दिन में कराना चाहिए ब्लीच

ब्‍लीच के नुकसान से बचने के लिए जरूरी है कि हम जहां तक हो सके कम से कम इसका इस्‍तेमाल करें. जब जरूरत हो या किसी फंक्‍शन में हिस्‍सा लेना हो तभी ब्‍लीच कराएं. ऐसे में ब्लीच का इस्‍तेमाल आप 3 से 4 सप्ताह के अंतर पर कराएं. अगर आप इससे कम समय अंतराल में कराएंगे तो इसका स्किन और स्वास्थ्य पर बहुत ही ज्‍यादा नुकसान हो सकता है.
ब्लीच कराने के नुकसान

कई बीमारियों का खतरा

ओनलीमाईहेल्‍थके मुताबिक, शोधों में पाया गया है कि अगर आप स्किन पर अधिक ब्‍लीच कराते हैं तो स्किन सुन्न होना, हाई ब्लड प्रेशर, थकान, लाइट के प्रति सेंसिटिविटी, किडनी डैमेज होना जैसी परेशानी हो सकती है.

स्किन डिजीज का खतरा

सेंसिटिव स्किन वालों को ब्लीच कराने से स्किन पर कई तरह की परेशानी हो सकती है. ब्लीच में कुछ ऐसे केमिकल पाए जाते हैं जो स्किन पर सूजन की समस्या को बढ़ा सकते हैं. इससे स्किन का लाल होना, स्किन पर फफोले होना, स्किन के छाले, ड्राई स्किन, पपड़ीदार त्वचा, खुजली और जलन जैससी समस्याएं हो सकती हैं.

नेफ्रोटिक डिजीज

अधिक ब्लीच से नेफ्रोटिक सिंड्रोम होने का खतरा रहता है. नेफ्रोटिक सिंड्रोम एक किडनी डिसऑर्डर है जो अक्सर आपकी किडनी में रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है और शरीर में मौजूद अपशिष्ट और अतिरिक्त पानी को बाहर निकालने में परेशानी हो सकती है.

प्रयोग से पहले इन बातों का रखें ख्‍याल

-पहले आप इस प्रोडक्ट को अपनी बांहों पर लगा कर देख लें कि कहीं इसका कोई रिएक्शन तो नहीं हो रहा है.

-ब्लीचिंग के बाद अपनी त्वचा को स्क्रब करने से बचें और ब्लीच लगाते समय अपनी आंखों और होंठों के हिस्से से ब्लीच को दूर ही रहने दें.

-चेहरे को ब्लीच करने के बाद धूप में जाने से बचें, क्योंकि ब्लीच लगाने के बाद आपकी त्वचा को सूरज की किरणों से नुक़सान पहुंचने का ख़तरा बढ़ जाता है.

-यदि आपको बाहर जाना ही है तो सनस्क्रीन लगाए बिना न जाएं.

हर दो-तीन घंटे में सनस्क्रीन को दोबारा लगाना न भूलें.