How to whiten your teeth : ये हरा पत्ता बस 7 दिन चबाएं पीले दांत होंगे सफेद और मजबूत डेंटिस्ट को कतई न दें 5000 रुपये!

Basil for teeth whitening : वैसे तो पीले या काले पड़ चुके दांतों को नैचुरल रूप से सफेद करने के तरीके कई हैं। आपको आज ही से तुलसी के हरे पत्ते चबाने शुरू कर देने चाहिए। तुलसी के पत्ते आपके पीले दांतों को बिना किसी नुकसान के सफेद और मजबूत बना सकते हैं।

दांतों का पीलापन या मुंह से बदबू आना एक गंभीर समस्या है। इसकी वजह से आपको कई बार शर्मिंदगी का सामना करना पड़ सकता है। खाने-पीने की गलत आदतों की वजह से आपके सफेद दांत पीले हो सकते हैं। अगर आपने ध्यान नहीं दिया तो आपको दांत-मसूड़ों की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

वैसे तो पीले या काले पड़ चुके दांतों को नैचुरल रूप से सफेद करने के तरीके कई हैं लेकिन आपको सिगरेट, बहुत अधिक कॉफी या सोडा और तंबाकू चबाना जैसी गंदी आदतों से बचना चाहिए। इसके अलावा जंक फूड का कम सेवन करें। इसके बजाय अपने खाने में सेब, गाजर, स्ट्रॉबेरी और अजवाइन और फल-सब्जियां शामिल करें।

अगर आप यह सब काम भी नहीं कर पा रहे हैं, तो आपको आज ही से तुलसी के हरे पत्ते चबाने शुरू कर देने चाहिए। तुलसी के पत्ते आपके पीले दांतों को बिना किसी नुकसान के सफेद और मजबूत बना सकते हैं। इतना ही नहीं, इसके हरे पत्तों का पाउडर या पेस्ट भी आपको मुंह की दुर्गंध व अन्य मसूड़ों की बीमारियों से बचा सकता है।

दांत दर्द के लिए तुलसी के पत्ते
तुलसी में भारी मात्रा में यूजेनॉल (1-हाइड्रॉक्सी-2-मेथॉक्सी-4 एलिलबेंजीन) होता है। यही वजह है कि यह शरीर में सूजन पैदा करने वाले तत्वों को रोकने का काम करता है। तुलसी के पत्तों में लगभग 71% यूजेनॉल और 20% मिथाइल यूजेनॉल होता है। अगर आप दांत के दर्द से परेशान हैं, तो आपको इसके पत्तों को चबाना चाहिए।

ओरल इन्फेक्शन से बचाने में सहायक
मुंह में संक्रमण के इलाज में तुलसी के पत्ते काफी प्रभावी होते हैं। शोधकर्ताओं का मानना है कि तुलसी के पत्ते चबाने से ओरल हाइजीन को बढ़ावा मिलता है। इस पौधे में कार्वाक्रोल और टेरपीन जैसे एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं।

पीरियडोंटल रोगों में तुलसी की भूमिका
तुलसी के पत्तों को धूप सूखाकर इसका पाउडर दांतों को ब्रश करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे सरसों के तेल में मिलाकर पेस्ट भी बनाया जा सकता है और टूथपेस्ट के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। तुलसी मुंह से दुर्गंध को रोकने में भी काफी कारगर साबित हुई है। इसका एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मसूड़े की सूजन और पीरियोडोंटाइटिस के लिए बेहतर बनाते हैं। इसका उपयोग इन स्थितियों में मसूड़े की मालिश के लिए किया जा सकता है।

पीले दांतों को करता है सफेद
आप तुलसी के पत्तों का स्तेमाल करके दांतों को नैचुरल रूप से सफेद बना सकते हैं। तुलसी के कुछ पवित्र पत्तों को धूप में सूखने के लिए छोड़ दें। सूखे पत्तों को पीसकर पाउडर बना लें और पाउडर को अपने टूथपेस्ट में मिलाएं, अपने दांतों को दिन में दो या तीन बार ब्रश करें। तुलसी के नैचुरल ब्लीचिंग गुण सात दिनों में आपके दांतों को सफेद कर देंगे।