kalonji ke fayde : इन 5 बीमारियों में फायदेमंद है कलौंजी, जानें औषधीय गुण, लाभ और नुकसान.

kalonji ke fayde : कलौंजी काले रंग के छोटी आकार के बीज होते हैं, जिनका इस्तेमाल आमतौर पर व्यंजनों में एक मसाले के रूप में किया जाता है। कलौंजी का पौधा प्रमुख रूप से एशिया व यूरोप के कई हिस्सों में उगाया जाता है। कलौंजी को अंग्रेजी में ब्लैक सीड्स (Black seeds) और निजेल्ला सीड्स (Nigella seeds) के नाम से भी जाना जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम निजेल्ला सैटिवा (Nigella sativa) है। इससे मिलने वाले कई स्वास्थ्य लाभों को देखते हुए इसे जड़ी-बूटियों की श्रेणी में रखा गया है। आयुर्वेद के अनुसार कलौंजी में ऐसे विशेष स्वास्थ्यवर्धक गुण पाए जाते हैं, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज करने में मदद करते हैं।

कलौंजी के फायदे (Benefits of Nigella seeds)
कलौंजी में कई सक्रिय तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं। कलौंजी से मिलने वाले मुख्य स्वास्थ्य लाभों में निम्न को भी शामिल किया जा सकता है –

1. अस्थमा के लक्षणों को कम करे मेथी
2013 में किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि कलौंजी में कई ऐसे सक्रिय घटक होते हैं, जो ब्रांकिओल्स को खोल देते हैं। ब्रांकिओल्स फेफड़ों में फैली छोटी-छोटी नलिकाएं होती हैं, जिनके अंदर से हवा फेफड़ों के विभिन्न हिस्सों में पहुंच पाती है। ब्रांकिओल्स खुलने पर सामान्य रूप से सांस आने लगता है और अस्थमा जैसे लक्षण कम हो जाते हैं।

2. मेथी करे एलर्जी कम करने में मदद
2011 में एलर्जी से परेशान 66 पुरुषों व महिलाओं पर एक अध्ययन किया गया। इस दौरान उनको कलौंजी दी गई और 2 हफ्तों के बाद उनमें से अधिकतर के एलर्जी के लक्षण काफी कम पाए गए।

3. हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में प्रभावी है मेथी
2017 की एक स्टडी के अनुसार कलौंजी शरीर में एक डाइयुरेटिक के रूप में काम करती है और तंत्रिका तंत्र की अतिसक्रियता को कम करती है जिससे उच्च रक्तचाप के स्तर को कम करने में मदद मिलती है। हालांकि, अभी इस पर यह रिसर्च चल रही है कि मनुष्य के शरीर में रक्तचाप कम करने में यह कितनी प्रभावी है।

4. मेथी का सेवन करे डायबिटीज को कम
कुछ अध्ययनों में यह भी पाया गया कि कलौंजी का सेवन करने से रक्त में शर्करा के स्तर को कुछ हद तक कम किया जा सकता है। यदि डायबिटीज से ग्रस्त व्यक्ति नियमित रूप से कलौंजी का सेवन करते हैं, तो उनके शरीर में इन्सुलिन की प्रक्रिया में सुधार होने लगता है।

5. संक्रमण से लड़ने में मदद मेथी का सेवन
कुछ अध्ययनों में पाया गया कि कलौंजी में कुछ विशेष प्रकार की एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं, जो निश्चित प्रकार के बैक्टीरिया से लड़ने में प्रतिरक्षा प्रणाली की मदद कर सकती हैं। अध्ययन बताते हैं कि कान में संक्रमण और निमोनिया जैसी स्थितियों में कलौंजी का सेवन लाभदायक हो सकता है।

हालांकि, कलौंजी से मिलने वाले उपरोक्त सभी स्वास्थ्य लाभ अध्ययनों पर आधारित हैं। हर व्यक्ति का शरीर अलग होता है, इसलिए कलौंजी का प्रभाव भी अलग हो सकता है। यदि आप उपरोक्त किसी भी स्वास्थ्य समस्या में कलौंजी का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो पहले डॉक्टर से इस बारे में बात कर लें।

कलौंजी के नुकसान (Side effects of Nigella seeds)
यदि कलौंजी का सेवन सामान्य से अधिक मात्रा में किया जा रहा है, तो इससे स्वास्थ्य संबंधी कुछ समस्याएं हो सकती हैं जैसे पेट में दर्द, जी मिचलाना और सीने में जलन आदि। वहीं कुछ लोग कलौंजी से एलर्जिक भी हो सकते हैं, इसलिए यदि आप पहली बार इसका सेवन करने जा रहे हैं, तो डॉक्टर से इस बारे में बात कर लें। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार कलौंजी के तेल को त्वचा पर लगाने से कॉन्टेक्ट डर्मेटाइटिस के मामले भी देखे गए हैं, इसलिए इसके इस्तेमाल करने से पहले त्वचा विशेषज्ञों से बात करना भी आवश्यक है।

कलौंजी का उपयोग कैसे करें (How to use Nigella seeds)
कलौंजी को एक मसाले के रूप में इस्तेमाल भी किया जाता है, जिसके कई अलग-अलग व्यंजनों में डाला जाता है। हालांकि, इससे मिलने वाले स्वास्थ्य लाभों के देखते हुए इसका अधिकतर मामलों में इस्तेमाल स्वास्थ्य समस्याओं का उपचार करने के लिए किया जाता है। कलौंजी का सेवन निम्न तरीके से किया जा सकता है –

एक चम्मच शहद में आधा चम्मच कलौंजी के बीज मिलाकर

एक कप गर्म पानी में भिगोकर

आलू के सब्जी में डालकर

सलाद के साथ मिलाकर