Working Mother : जानें कैसे रखें श‍िशु की सेहत का ख्‍याल अपनाएं ये 5 ट‍िप्‍स आप भी वर्कि‍ंग मदर हैं तो.

कामकाजी मांओं के ल‍िए श‍िशु को छोड़कर काम पर जाना मुश्‍क‍िल होता है खासकर उन मांओं के ल‍िए ज‍िनकी कॉर्पोरेट जॉब है और वो बच्‍चे को ज्‍यादा समय नहीं दे पाती हैं ऐसे में आपको ऑर्गेनाइस्‍ड होने की बहुत जरूरत पड़ेगी, आपको घर से बाहर जाने से पहले बच्‍चे के दूध से लेकर उसकी सही नींद, हाईजीन आद‍ि सभी बातों का ध्‍यान रखना होगा। कर‍ियर के बावजूद आप बच्‍चे की सेहत को नजरअंदाज नहीं कर सकते क्‍योंक‍ि बच्‍चों की इम्‍यून‍िटी वीक होती है, जरा सी लापरवाही के चलते उनकी तबीयत ब‍िगड़ सकती है इसल‍िए आपको कुछ आसान ट‍िप्‍स अपनाने चाह‍िए ज‍िनकी मदद से आप काम के साथ श‍िशु की सेहत का ख्‍याल रख पाएंगी।

1. बच्‍चे के सोने का रूटीन बनाएं (Get baby to bed)
अगर आप वर्कि‍ंग मदर हैं तो आपके और बच्‍चे की सेहत के ल‍िए नींद बेहद जरूरी है, अगर बच्‍चा अपनी नींद पूरी करके उठेगा तो आपकी गैर-मौजूदगी में च‍िड़च‍िड़ाएगा नहीं इसल‍िए आपको आपको बच्‍चे के सोने का तय समय बांधना होगा ज‍िस वक्‍त आप बच्‍चे को सुला दें। बेड टाइम रूटीन सेट करने का एक और कारण है क‍ि बच्‍चे द‍िन के समय ठीक ढंग से सो नहीं पाते हैं ज‍िसके चलते वो रोते हैं और च‍िड़च‍िड़े हो जाते हैं इसल‍िए बच्‍चों के ल‍िए रात की नींद जरूरी है।

2. डायपर बैग तैयार रखें (Keep diaper bag ready)
वर्क‍िंग मदर है तो श‍िशु का डायपर बैग तैयार रखें, आपके पीछे जो भी श‍िशु का ख्‍याल रखेगा उसे उसकी सेहत से जुड़ी सभी बारीक‍ियां मालूम हों ऐसा जरूरी नहीं है इसल‍िए एक बैग तैयार करें ज‍िसमें आप डायपर, कॉटन नैपी, एंटी-बैक्‍टीर‍ियल वाइप्‍स, पाउडर और अन्‍य जरूरी सामान रखें। इसके अलावा आपको कोश‍िश करनी है क‍ि घर में डायपर का इस्‍तेमाल न करें, बच्‍चे को ज्‍यादा डायपर के इस्‍तेमाल से रैशेज की समस्‍या होती है और नमी के कारण श‍िशु को इंफेक्‍शन हो सकता है तो कोश‍िश करें क‍ि डायपर का इस्‍तेमाल कम से कम हो.3. बच्‍चे को ज्‍यादा समय के ल‍िए अकेला न छोड़ें (Avoid leaving baby alone for long hours)
बच्‍चे को ज्‍यादा समय के ल‍िए अकेला छोड़ने की गलती न करें, इससे बच्‍चे की मानस‍िक और शारीर‍िक हेल्‍थ ग‍िर सकती है, मां या प‍िता दोनों में से कोई एक हर समय बच्‍चे के साथ होना चाह‍िए। अगर आप दोनों ही वर्किंग हैं तो बच्‍चे को पर‍िवार के सबसे करीबी व्‍यक्‍त‍ि के पास छोड़ें पर पूरे द‍िन बच्‍चे को अकेला छोड़ना ठीक नहीं है, इसल‍िए कोश‍िश करें ऑफ‍िस से घर नजदीक हो ताक‍ि ब्रेक में आप बच्‍चे के पास आ सकें।

4. श‍िशु के ल‍िए ब्रेस्‍ट म‍िल्‍क स्‍टोर करें (Store breast milk)
वैसे तो ब्रेस्‍टफ‍ीड‍िंग के फायदे हम जानते ही हैं पर काम के चलते अगर मां श‍िशु से दूर है तो आप ब्रेस्‍ट म‍िल्‍क को स्‍टोर करने के तरीके अपनाकर म‍िल्‍क बच्‍चे के ल‍िए रख सकती हैं। ये दूध सही तापमान पर रखा जाना जरूरी है, पर जब तक हो सकता है आप बच्‍चे को स्‍तनपान करवाएं, सुबह घर से न‍िकलने से पहले भी आप बच्‍चे को स्‍तनपान करवा सकती हैं, पर बच्‍चे की उम्र के मुताब‍िक उसके दूध पीने की क्षमता तय होती है वो आप डॉक्‍टर से म‍िलकर पता लगा सकते हैं।

5. श‍िशु के ल‍िए हेल्‍थ चार्ट बनाएं (Prepare health chart for baby)
आप वर्कि‍ंग मदर हैं तो आपके ल‍िए श‍िशु की सेहत को ट्रैक करना मुश्‍क‍िल हो सकता है इसल‍िए आप एक हेल्‍थ चार्ट बनाएं। हेल्‍थ चार्ट में आप बच्‍चे का वजन, कद, उसके टीकाकारण से जुड़ी बात, जरूरी दवा का डोज आद‍ि जानकारी ल‍िखें, आप उसमें ये भी ल‍िख सकते हैं क‍ि आपने बच्‍चे को क‍ितनी बार ब्रेस्‍टफीड‍िंंग करवाई है, इससे बच्‍चे की ग्रोथ को ट्रैक करने में मदद म‍िलती है और श‍िशुओं में होने वाली बीमार‍ियों के बारे में भी जानकारी म‍िलती है।

बच्‍चे की अच्‍छी सेहत के ल‍िए उसके साथ समय जरूर ब‍िताएं, मां और बच्‍चे का बांड, बच्‍चे की अच्‍छी सेहत में मदद करता है इसल‍िए आपको काम से समय न‍िकालकर बच्‍चे को पर्सनल समय जरूर देना है ताक‍ि आपका और बच्‍चे का बांड मजबूत हो।