How To Make Digestive System Healthy : ऐसे बनाएं डाइजेस्टिव सिस्टम को हेल्दी खाने के बाद पानी पीना हो सकता है खतरनाक.

How To Make Digestive System Healthy- पेट में दर्द, अपच, पाचन में दिक्‍कत और गैस की समस्‍या से लगभग सभी परेशान रहते हैं. गलत खानपान और अनहेल्‍दी लाइफस्‍टाइट का सबसे ज्‍यादा प्रभाव डाइजेस्टिव सिस्‍टम पर पड़ता है. फास्‍ट फूड, ऑयली खाना, पानी की कमी और प्रॉपर नींद न आने की वजह से डाइजेस्टिव सिस्‍टम वीक हो जाता है और पेट संबंधी समस्‍याओं का कारण बन जाता है. इसके अलावा डाइजेस्टिव सिस्‍टम को पानी भी नुकसान पहुंचा सकता है. जी हां, खाना खाने के तुरंत बाद पानी पीने से डाइजेस्टिव सिस्‍टम स्‍लो काम करता है, जिस वजह से अपच और गैस की समस्‍या हो सकती है. अधिक गैस बनने से भूख नहीं लगती और कमजोरी महसूस हो सकती है. डाइजेस्टिव सिस्‍टम को हेल्‍दी बनाने के लिए डाइट और योग अहम भूमिका निभा सकते हैं. चलिए जानते हैं, डाइजेस्टिव सिस्‍टम को मजबूत और हेल्‍दी बनाए रखने के लिए क्‍या अपनाया जा सकता है.

खाएं रियल फूड
डाइजेस्टिव सिस्‍टम पर सबसे ज्‍यादा प्रभाव गलत खानपान से पड़ता है. सिस्‍टम को हेल्‍दी बनाने के लिए जहां तक हो रियल फूड आइट्म्‍स का प्रयोग करना चाहिए. हेल्‍थलाइन के अनुसार, वर्तमान में लोग अधिक नमक, ग्‍लूकोज, ट्रांस फैट और ग्‍लूटनयुक्‍त खाने का प्रयोग कर रहे हैं, जिसका नकारात्‍मक प्रभाव डाइजेस्टिव सिस्‍टम पर पड़ रहा है. ऐसे फूड आइटम से आंत में सूजन और दर्द की समस्‍या बढ़ सकती है. डाइजेस्टिव सिस्‍टम को दुरुस्त रखने के लिए ज़रूरी है कि फ्रेश फ्रूट और वेजिटेबल का सेवन किया जाए. टैट्रा पैक जूस की बजाय रियल फ्रूट्स ज्‍यादा फायदेमंद हो सकते हैं.

ज़रूरी है हेल्‍दी फैट्स
अच्‍छे डाइजेशन के लिए पर्याप्‍त फैट्स की आवश्‍यकता होती है. पोषक तत्‍वों को अब्‍जॉर्ब करने के लिए फैट्स की ज़रूरत होती है. ओमेगा-3 फैटी एसिड इनफ्लेमेटरी बॉउल डिजीज के खतरे को कम कर सकता है. डाइजेस्टिव सिस्‍टम को हेल्‍दी रखने के लिए अलसी, चिया सीड्स, नट्स, सैल्‍मन और सार्डिन फिश का सेवन किया जा सकता है.

हमेशा रहें हाइड्रेटेड
लो फ्लूइड इंटेक के कारण कब्‍ज की समस्‍या हो सकती है. विशेषज्ञ कब्‍ज को रोकने के लिए प्रतिदिन दो से तीन लीटर पानी पीने की सलाह देते हैं. पानी बॉडी को हाइड्रेटेड रखने में भी मदद करता है. खाने में अधिक पानी वाली सब्जियां और फल जैसे खीरा, टमाटर, मेलन, स्‍ट्रॉबेरी, जुकिनी, अंगूर आदि को शामिल किया जा सकता है. इसके अलावा ग्रीन टी भी फायदेमंद हो सकती है.